‘धराकम्पते’ काव्य में वर्णित समस्याएँ-एक विवेचन
Abstract
वर्तमान सदी में तकनीकी तथा विज्ञान के उच्च प्रयोग द्वारा भौतिक विकास तथा उन्नति होने के साथ-साथ ही विविध प्रकार की समस्याओं का भी जन्म हुआ है।इस समस्याओं के निस्तारण हेतु समाज के प्रत्येक नागरिक को अवश्य प्रयत्न करना चाहिए तभी इन समस्याओं का कुछ हल निकल सकता है। प्राचीन काल से ही अनेक विद्वानों ने संस्कृत भाषा को अपनी लेखनी का विषय बनाते हुए संस्कृत साहित्य को समृद्ध किया है। उत्तम काव्य रचना का कार्य मात्र मनोरंजन करना ही नहीं होता अपितु वह कान्तासम्मितउपदेश के द्वारा जन-जागरूकता का प्रसार भी करती है।
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Published
2023-10-26
How to Cite
Lajja Bhatt. (2023). ‘धराकम्पते’ काव्य में वर्णित समस्याएँ-एक विवेचन. जम्बूद्वीप - the E-Journal of Indic Studies (ISSN: 2583-6331), 2(2). Retrieved from http://journal.ignouonline.ac.in/index.php/jjis/article/view/1174
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Articles