‘धराकम्पते’ काव्य में वर्णित समस्याएँ-एक विवेचन
सार
वर्तमान सदी में तकनीकी तथा विज्ञान के उच्च प्रयोग द्वारा भौतिक विकास तथा उन्नति होने के साथ साथ ही विविध प्रकार की समस्याओं का भी जन्म हुआ है।इन समस्याओं के निस्तारण हेतु समाज के प्रत्येक नागरिक को अवश्य प्रयत्न करना चाहिए तभी इन समस्याओं का कुछ हल निकल सकता है।प्राचीन काल से ही अनेक विद्वानों ने संस्कृत भाषा को अपनी लेखनी का विषय बनाते हुए संस्कृत साहित्य को समृद्ध किया है।उत्तम काव्य रचना का कार्य मात्र मनोरंजन करना ही नहीं होता अपितु वह कान्ता सम्मित उपदेश के द्वारा जन-जागरूकता का प्रसार भी करती है।
महाकवयित्री कमला पाण्डेय ने"धरा कम्पते"नामक मुक्तक काव्य में वर्तमान में पृथ्वी की दयनीय संकट ग्रस्त स्थिति को दर्शाया है।पृथ्वी पर फैली विभिन्न प्राकृतिक एवं मानवीय समस्याओं के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को बताने का प्रयास इस ग्रंथ में किया गया है।