भारतीय कला और बौद्ध कला- एक तुलनात्मक अध्ययन
सार
भारतीय कला विश्व की प्राचीनतम जीवित कलाओं में से एक है। भारतीय कला नवीन परिप्रेक्ष्य में नवीन गुणों, प्रतीकों और सिद्धांतों को सहज स्वीकार करती रही परंतु उसने अपनी मौलिकता का त्याग नहीं किया। भारतीय कला का जीवन के साथ गहरा संबंध रहा है। अपनी इन्हीं विशेषताओं के कारण भारतीय कला विश्व कला के इतिहास में विशेष स्थान रखती है।
बौद्ध कला के समस्त रूप,गुण, अर्थ और उद्देश्य संपूर्ण भारतीय कला के अंग हैं । बौद्ध कला प्राचीन भारतीय कला का वह रूप है जिसमें महात्मा बुद्ध तथा उनके द्वारा प्रतिपादित बौद्ध धर्म का प्रभाव तथा संदेश कला के रूप में अंकित एवं अभिव्यक्त किया गया है। प्राचीन भारतीय चित्रकला ने बौद्ध धर्म से बहुत प्रेरणा ली। दोनों ही कलाओं में परंपरागतता, आध्यात्मिकता, प्रतीकात्मकता एवं सौंदर्य है